बाप जन्नत के दरवाज़ों में से बेहतरीन दरवाजा है ।
हज़रत अबुद्दर्दा रदियल्लाहु तआला अन्हू फ़रमाते हैं कि मैंने रसूलुल्लाह (ﷺ) को यह इर्शाद फ़रमाते हुए सुना : बाप जन्नत के दरवाज़ों में से बेहतरीन दरवाजा है । चुनांचे तुम्हें अख़्तियार है ख़्वाह (उसकी नाफ़रमानी करके और दिल दुखा के) इस दरवाज़े को जाया कर दो या (उसकी फ़रमांबरदारी और उसको राज़ी रख कर) इस दरवाज़े की हिफ़ाज़त करो ।
(तिर्मिज़ी)