अपने मुसलमान भाई से क़ताताल्लुक़ न करे |
हज़रत फ़ज़ाला बिन उबैद रदियल्लाहु तआला अन्हू से रिवायत है कि रसूलुल्लाह (ﷺ) ने इरशाद फ़रमाया : जो शख़्स अपने मुसलमान भाई से तीन दिन से ज़्यादा क़ताताल्लुक़ करे (अगर इस हाल में मर गया) तो जहन्नम में जाएगा , मगर यह कि अल्लाह तआला अपनी रहमत से उसकी मदद फ़रमाएंगे (तो दोज़ख़ से बच जाएगा) ।
(तबरानी , मज्मउज्ज़वाइद)