जो शख़्स बावुज़ू रात को सोता है ?
हज़रत अब्दुल्लाह बिन उमर रदियल्लाहु तआला अन्हू से रिवायत है कि रसूलुल्लाह (ﷺ) ने इर्शाद फ़रमाया : जो शख़्स बावुज़ू रात को सोता है तो फ़रिश्ता उसके जिस्म के साथ लगकर रात गुज़ारता है । जब भी वह नींद से बेदार होता है , फ़रिश्ता उसे दुआ देता है । या अल्लाह ! अपने इस बन्दे की मग्फ़िरत फ़रमा दीजिए , इसलिए कि यह बावुज़ू सोया है ।
(इब्ने हब्बान)